कंप्यूटर से तेज़ दिमांग चाइये तो करे ये 10 योग आसान

तेज़ दिमाग़
तेज़ दिमाग़ के लिए 10 नियमित योग (चित्र:-पिक्साबे)

आजकल हर कोई तेज़ दिमांग चाहता है लेकिन लोगो ने अपनी बुद्धि को इस तरह से बना रखा है की इसका सही ढंग से इस्तेमाल करना हर किसी के लिए मुश्किल बना हुआ है जो की ये सोचना बिल्कुल गलत है।

  • दिमांग को तेज़ रखने के लिए योग एक अच्छा और बेहतरीन तरीका बन सकता है, तो हम इस आर्टिकल में आपको बताएंगे 10 ऐसे योग आसान के बारे में जो आपके दिमांग को तेज़ करेगा और साथ ही साथ आपको आपके सोचने और समझने की शक्ति को भी बढ़ायेगा। 

ये 10 योग आसन जो आपकी मदद करेंगे कंप्यूटर से तेज़ दिमांग करने में।

1. पद्मासना:- पद्मासना केवल आसन नहीं है बल्कि एक ऐसा योग आसन है जो मन, शरीर और आत्मा को एक साथ जोड़ता है। पद्मासना शरीर को सुकून और शांति देता है।

पद्मासना जो मन, शरीर और आत्मा को एक साथ जोड़ता है। (चित्र:- पिक्सेल्स)

और साथ ही साथ दिमांग को (focused) यानी किसी काम को करने के लिए एक ही जगह लगाए रखने में भी मदद करता है और यह आसन को करने से दिमांग की चिंतन शक्ति और यादास बहुत अच्छी होती है। 

इस आसन को नियमित रूप से करने से और भी कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जिनमें तेज दिमाग होना भी शामिल है।

मानसिक शांति

पद्मासन को नियमित रूप से करने से मानसिक शांति मिलती है और मन शांत होता है। यह आपका तनाव को दूर करने में राहत दिलाता है और मन की शांति की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। 

2. सूर्य नमस्कार:- यह 12 आसनो का एक कर्म में होने वाला योगासन है जो पुरे शरीर को (Active) रखता है, यानि जो आपके काम को अच्छे से करने में मदद करता  है और आलस्य नहीं होने देता और रक्त प्रभाव को भी बढ़ाता है जिससे मस्तिष्क में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का प्रवाह बेहतर होता है।

सूर्य नमस्कार को नियमित रूप से करने से दिमाग की गति तेज़ होती है जो कम्प्यूटर से तेज़ दिमांग देता है और साथ ही साथ यादास को भी बढ़ाती है। 

3. हलासन:- हलासन एक बहुत शक्तिशाली योग मुद्रा है जो न केवल आपके शरीर को लचीला बनाती है बल्कि भावनाओ और विचारों को अच्छे से समझने में भी मदद करता है और तेज़ दिमांग को भी बढ़ावा देता है। हलासन शरीर को पूरी तरह से आराम करने और दिमांग को शांत और फोकस करने में भी मदद करता है।

हलासन शरीर को लचीला बनाने के साथ-साथ तेज़ दिमाग़ का विकास करती है। (चित्र:- पिक्सेल्स)

शारीरिक लाभ:-

हलासन को नियमित रूप से करने पर पेट, कमर, पैरों और पीठ की  मांसपेशियों को संचालित किया जाता है और शारीरिक स्वास्थ में लाभ होता है। इसमे पेट के अलावा नकसीर और कमर की समस्याओं को भी दूर किया जा सकता है।   

4. भुजंगासना:- यह आसन रीढ़ की हड्डी और कंधों को मजबूत करता है और छाती को भी खोलता है जिससे बेहतर साँसे और ऑक्सीजन मिलती है भुजंगासन करने से दिमांग शांत और फोकस करने में मदद करता है और साथ ही साथ इस आसन को नियमित रूप से करने से दिमांग की (concentration) यानि  किसी चीज़ पर पूरा ध्यान लगना (एकाग्रता) बढ़ती है। 

भुजंगासन आपका आत्म-विश्वास बढ़ता है। (चित्र:- पिक्सेल्स)

आत्म-विश्वास (सेल्फ-कॉन्फिडेंस):-

भुजंगासन को रोज करने से आपका आत्म-विश्वास बढ़ता है और आप पाएंगे की आप में एक नई ऊर्जा आने लगी है और साथ ही साथ  यह आसन आपको उत्साही भी बनाएगा। 

5. धनुरासन:- धनुरासन जिसे धनुष के रूप में देखा जा सकता है, ये आसन शरीर की पूरी तरह से खिचाव करता है और शरीर को लचीला बनता है धनुरासन विचारों और भावनाओ को सही रूप से समझने में सहायक होता है और स्मरण शक्ति को भी बढ़ाता है जिससे तेज़ दिमांग और सीखने तथा याद रखने की क्षमता भी बढ़ती है।

धनुरासन से ऊर्जा बढ़ती है और काम में वृद्धि होती है। (चित्र:- पिक्सेल्स)
ऊर्जा (एनर्जी):-

धनुरासन से ऊर्जा बढ़ती है और आपको बहुत ज्यादा जागरूक (एक्टिव) और सक्रिय महसूस होता है, जिससे आप अपने काम को तेज़ी से करने में ये आसन आपकी बहुत मदद करता है।  

6. मत्स्यासन:- यह आसन करने से न केवल दिमांग शांत रहता है बल्कि चिंता और तनाव को भी दूर रखता है सेहत अच्छी रहती है। जिससे शरीर को पूरी से आराम मिलता है और साथ ही साथ रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है जिससे दिमांग की (concentration) यानि किसी चीज़ पर पूरा ध्यान लगना (एकाग्रता) और फोकस को बढ़ाता है।

मत्स्यासन का अभ्यास करने से ध्यान की क्षमता बढ़ती है। (चित्र:- पिक्सेल्स)
ध्यान  क्षमता:-

मत्स्यासन का रोज अभ्यास करने से ध्यान की क्षमता बढ़ती है और मन को एक ही जगह लगाए रखने में और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में भी मदद करता है। ये आसन आपकी मेधा शक्ति को यानि “बुद्धि शक्ति” या फिर तेज़ दिमांग को बढ़ाता है।

7. उत्कटासन:- यह आसन इतना शक्तिशाली है की जिससे शारीरिक और मानसिक स्थिरता को बढ़ाने में मदद करता है और मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है और साथ ही साथ काम करने में ध्यान लगाने में सहायक भी होती है। इस आसन को नियमित रूप से करने से तेज़ दिमांग होता है।

उत्कटासन से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है। (चित्र:- पिक्सेल्स)

8. वीरभद्रासन:- आसन शरीर और मन के बीच संबंध को मजबूत बनाने में मदद करते है। और यह आसन न केवल शारीरिक शक्ति और संतुलन बढ़ाता है बल्कि मानसिक एकाग्रता को भी तेज़ और तेज़ दिमांग करने में और साथ ही साथ शरीर के अंगो में खिचाव भी बढ़ता है।

वीरभद्रासन को करने से आपकी पाचन क्रिया अच्छी होती है। (चित्र:- पिक्सेल्स)
पाचन क्रिया में सुधार:-

वीरभद्रासन को करने से आपकी पाचन क्रिया अच्छी होती है और साथ ही साथ पेट की जितनी भी बीमारीयों है सब को कम करने में बहुत लाभकारी है। 

9. वृक्षासन:-  यह आसन एकाग्रता और संतुलन में सुधार करता है और मन को शांत करता है। वृक्षासन बुद्धि शक्ति, ध्यान शक्ति  बढ़ाने वाला योग है जो तेज़ दिमांग करने में मदद करता है। 

वृक्षासन के नियमित रूप से करने पर तेज़ दिमांग बढ़ता है। (चित्र:- पिक्सेल्स)
स्थिर मन:-

वृक्षासन के नियमित रूप से करने पर आपको रोज अपने काम को करने की क्षमता को बढ़ाता है इससे आपका मन भी शांत होता है, और साथ ही साथ आप अपने तेज़ दिमांग को भी बढ़ा सकते है। 

10. कपालभाति प्राणायाम:- यह आसन दिमांग की तेज़ी को बढ़ाता है और तनाव को कम करता है। कपालभाति प्रणायाम मानसिक और शारीरिक स्वास्थ को सुधारने में मदद करता है।

और ध्यान की क्षमता, तेज़ दिमांग को भी बढ़ाता है साथ ही साथ मन को एक ही जगह लगाए रखने में भी मदद करता है जो मस्तिष्क को शांत और सक्रिय बनाकर आपकी सोचने की क्षमता को बढ़ाता है।

कपालभाति प्रणायाम के रोज अभ्यास करने से तनाव दूर होता है।  (चित्र:- पिक्सेल्स)

तनाव

कपालभाति प्रणायाम के रोज अभ्यास करने से तनाव दूर होता है और मानसिक चिंता भी दूर होने में मदद करता है जिससे मानसिक शांति और ख़ुशी महसूस है। 

(ध्यान दें)

इस आर्टिकल को लिखने के लिए मुझे अपने योग गुरु की सहायता लेकर लिखा है आसनों के सही समय और करने की विधि को किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह ले।

Leave a comment